अदाणी ग्रुप के ख़िलाफ़ 'फ़ाइनेंशियल टाइम्स' की रिपोर्ट सिर्फ़ शोर मचाने के लिए छापी गई : कैंटर फिट्ज़जेराल्ड

कैंटर फिट्ज़जेराल्ड ने ज़ोर देकर कहा कि ऐसा लगता है, जैसे फ़ाइनेंशियल बाज़ारों ने उस आलेख को नज़रअंदाज कर दिया है.

फ़ाइनेंशियल एडवायज़री फ़र्म की रिपोर्ट में कहा गया कि बाज़ार का मानना है कि अदाणी समूह के खिलाफ छपा आलेख 'सारहीन' है.

पिछले पूरे साल अदाणी समूह की बाज़ार पूंजी में लगातार बढ़ोतरी से साफ़ ज़ाहिर होता है कि निवेशकों ने आरोपों के बावजूद अदाणी समूह की कंपनियों पर भरोसा जताया है.

Like Save and Share 

वैसे, यह तीसरा मौका है जब दो विदेशी मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों ने अदाणी समूह को लेकर नकारात्मक रिपोर्ट प्रकाशित की है.

अदाणी समूह ने सभी आरोपों से इंकार किया है, और हालिया रिपोर्ट के प्रकाशन के वक्त पर सवाल उठाया है, जब भारत में आम चुनाव चल रहे हैं.

जब कैंटर फिट्ज़जेराल्ड ने अदाणी समूह से संपर्क किया, तो समूह ने बताया कि तमिलनाडु की कंपनी के लिए यह खास खरीद ऑर्डर एक फ़िक्स्ड-प्राइस (तयशुदा कीमत) अनुबंध था,

कैंटर के मुताबिक, अदाणी समूह अनुबंध के तहत तमिलनाडु की कंपनी को पूर्व-निर्धारित मूल्य पर कोयला आपूर्ति के लिए बाध्य था.

Check For More Stories